DETAILS, FICTION AND MAHA KALI SIDDHA KAVACH

Details, Fiction and maha kali siddha kavach

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नारायणेन यद् दत्तं कृपया शूलिने पुरा॥

हे रावण! मैंने इस दिव्य कवच को तुम्हारे समक्ष कहा है। जो भी इस कवच का पाठ भक्ति पूर्वक नित्य करेगा, उसके शत्रुओं का नाश होगा। उसके शत्रु रोग से पीड़ित होंगे तथा धन पुत्रादि सुखों से वह हीन हो जायेंगे। इसको एक हजार बार पढ़ने से सिद्धि हो जाती है। सिद्ध हो जाने पर मारणं प्रयोग में सफलता मिलती है।

चतुर्भुजां ललज्जिह्वां पूर्णचन्द्रनिभाननां।।

ह्रीं त्रिलोचने स्वाहा नासिकां मे सदावतु।

तदेव शूलिना दत्तं पुरा दुर्वाससे मुने॥

इस साधना को आरम्भ करने से पूर्व एक साधक को चाहिए कि वह मां भगवती काली की उपासना अथवा अन्य किसी भी देवी या देवता की उपासना निष्काम भाव से करे। उपासना का तात्पर्य सेवा से होता है। उपासना के तीन भेद कहे गये हैं:- कायिक अर्थात् शरीर से , वाचिक अर्थात् वाणी से और मानसिक- अर्थात् मन से। जब हम कायिक का अनुशरण करते हैं तो उसमें पाद्य, अर्घ्य, स्नान, धूप, दीप, नैवेद्य आदि पंचोपचार पूजन अपने देवी देवता का किया जाता है। जब हम वाचिक का प्रयोग करते हैं तो अपने देवी देवता से सम्बन्धित स्तोत्र पाठ आदि किया जाता है अर्थात् अपने मुंह से उसकी कीर्ति का बखान करते हैं। और जब मानसिक क्रिया का अनुसरण करते हैं तो सम्बन्धित देवता का ध्यान और जप आदि किया जाता है।

हमे कैसे पता चलेगा कि हमें किसकी पूजा या साधना करणी चाहिये!!!

लोकसत्ता वृत्तपत्र बातमी बाबत जाहीर सूचना २१.८.२३ जाहीर निवेदन

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Owing to those Navagraha doshas, men and women deal with several road blocks & hindrances of their everyday living. So that you can lower and negate the malefic doshas or malefic impact of such planets, we conduct several Pujas & Yagnas.



ह्रीं श्रीं क्लीं कालिकायै read more स्वाहेति च दशाक्षरीम्।

वैरिणः प्रलयं यान्ति व्याधिताशय भवन्ति हि, धनहीनः पुत्रहीनः शत्रुदस्तय सर्वदा । ८ ।

May perhaps the extremely intense a person secure both of those my shoulders. May perhaps the illuminator with the 3 worlds shield my back. May perhaps She that is indivisible from any side ensure my security from just about every side, and could She who exists in all electric power and functionality protect my midsection.

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